hमिलती है उनसे नज़र कभी कभी -कभी कभी
होती है बातें मगर कभी कभी -कभी कभी !
उनको तो कुछ काम नहीं याद करने के सिवा
आती है हमें याद पर कभी कभी - कभी कभी !
यूँ तो उस गली से रोज कई दफा गुजरते हैं
जाते हैं पर उनके घर कभी कभी - कभी कभी
जिंदगी में रोज़ ही एक नया गम मिलता है
खुशियाँ होती है मयस्सर
आपका हिन्दी चिट्ठाजगत में हार्दिक स्वागत है. आपके नियमित लेखन के लिए अनेक शुभकामनाऐं.
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milti hai aisi post bhi padhne kabhi-kabhi
जवाब देंहटाएंhamko kavita aapki achchhi bahut lagi.
-m.hashmi
aati sunder dear
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